Sunday, August 28, 2011

कविता : आसमान में तारे

 आसमान में तारे

आसमान में चमके तारे.......,
कितने सुंदर और कितने प्यारे|
दिन में ये चमक न पाते ,
रात में ये सबको बुलाते |
टिम टिम करये गाना गाते ,
सबके मन को वह बहलाते |
इसीलिए तो लगते ये सबको प्यारे,
कितने सुंदर और कितने प्यारे |
नाम  : दीपक कुमार
कक्षा : 5th
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

Saturday, August 27, 2011

कविता : टिमटिमाते तारे

टिमटिमाते तारे
 टिम टिम कर टिमटिमाते तारे ,
टिम टिम कर टिमटिमाते तारे |
देखो ये लगते हैं कितने प्यारे ,
दिन में तारे है छिप जाते |
देखो कैसे ये हैं चमचमाते ,
कितने अच्छे कितने प्यारे|
देखो ये हैं कितने सारे ,
टिम टिम कर टिमटिमाते तारे |
देखो ये लगते हैं कितने प्यारे|
नाम : शिवम् कुमार
कक्षा : 5th
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

Friday, August 26, 2011

कविता : ढोलक वाला

आया ढोलक वाला
देखो बच्चो ढोलक वाला आया है |
डम डम डमरू खूब बजाया है,
फिर वह नाच दिखाता है |
सबके मन को भाता है ,
देखो बच्चो ढोलक वाला आया है |
डम डम डमरू खूब बजाया है|
नाम :सूरज कुमार
कक्षा : 4th 
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा
 

Thursday, August 25, 2011

कविता : हरियाली

 हरियाली
मन भाई आई हरियाली ,
घर आँगन में आई हरियाली |
हरियाली ही  हरियाली आई ,
हरियाली आई अब फूल खिलाई |
फूल के संग फल भी लाई ,
हरियाली आई वर्षा लाई |
वर्षा ही अब वर्षा लाई ,
मन भाई आई हरियाली | 

घर आँगन में आई हरियाली ,

हरियाली आई मन को भाई |
हरियाली आई मन में भाई |
 
नाम : शिवम् कुमार
कक्षा : 5th 
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

Friday, August 12, 2011

कविता : गुड्डा

 गुड्डा
 गुड्डा राजा है बड़ा ही ताजा ,
 झम झम कर ये है नाच दिखाता |
 डम डम कर है ये बाजा बजाता ,
 सब के मन को है ये भाता |
नाम : रवि कुमार 
कक्षा : 2nd  
सेंटर : अपन स्कूल ,नहर कोठी

Thursday, August 11, 2011

कविता : मछली

मछली
रंग - बिरंगी ये प्यारी मछली ,
कितनी अच्छी कितनी प्यारी |
लाल सुनहरी पीली मछली ,
जल की रानी है ये न्यारी |
 
नाम : विपिन कुमार
कक्षा : 2nd 
सेंटर : अपना स्कूल , नहर कोठी

Tuesday, August 9, 2011

कविता : घोडा

घोडा
बच्चों देखो देखो ये घोडा है
कितना अच्छा ये घोडा है
जब भी ये कोड़ा है खाता
तभी यह है रेस लगाता
नाम : नीरज कुमार
कक्षा : 3rd 
सेंटर : अपना स्कूल , नहर कोठी

कविता : हाथी

 हाथी
एक हाथी का बच्चा था |
उम्र का वो कच्चा था |
खूब गन्ने खाता था |
मौज खूब उड़ाता था|
नाम : विमलेश
कक्षा : 2nd
सेंटर : अपना स्कूल , नहर कोठी

कविता : टोपी

टोपी
टोपी  प्यारी प्यारी है |
होती सबसे न्यारी है |
धूप से ये हमको बचाए | 
सबके माँ को ये भाए|
नाम : नीरज
कक्षा : 3rd
सेंटर : नहर कोठी



Friday, August 5, 2011

कविता : मन करता है

मन करता है 
मन करता है मैं उड़ जाऊ ,
मन करता है कि  मै |
आसमान पर घर बनाऊ,
मन करता है कि |
चाँद के साथ खेलूं मैं,
मन करता है कि |
मैं आकाश को छू लूँ ,
नदी के किनारे पानी पिऊ |
बैठ डाल पर गाना गाऊ ,
फिर मैं बिस्तर में सो जाऊ |
नाम : सूरज कुमार 
कक्षा : 4th  
सेंटर : अपना स्कूल  , धामीखेड़ा

Thursday, August 4, 2011

कवितायेँ

कवितायेँ 
1 जब भूखी मुन्नी रोई .....,
   तब मम्मी ने बोतल धोई |
  पापा ने तब झट आग जलाई,
  मैंने तब लम्बी तान लगाई |


2 मुन्ना मुन्नी चढ़े पेड़ पर ,
   देख लगे हैं अखरोट |
   टूटी  डाली गिर गया मुन्ना ,
    हो गई मुन्नी लोट पोट |


3  हूँ मै छोटा सा माली .......,
    पौधे लगा कर खाद है डाली  |
    क्यारी क्यारी मेरी प्यारी प्यारी  ,
     सब्जी बोई न्यारी न्यारी |


4  सर्कस का मै हाथी  हूँ ,
    बंदर का मै साथी हूँ |
    बच्चों का मैं साथी हूँ,
    हँसता और हंसाता हूँ| 

नाम : संगीता
कक्षा : 4th 
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

कविता : आम फलों का राजा

 आम फलों का राजा
आम फलों का राजा है ,
मीठा मीठा ताजा है |
यह सबको खूब भाता है ,
गर्मी में ही यह आता है |
नाम : संगीता 
कक्षा : 2nd
सेंटर : अपना स्क्कोल , धामीखेड़ा

Monday, August 1, 2011

कविता : बच्चों की मेहनत

बच्चों की मेहनत 
हम बच्चों ने मेहनत करके ,
पौधे हैं लायें हैं खूब |
सब मिलकर अब पानी डालो,
नहीं तो जायेंगे ये सूख |
नाम : मैना 
कक्षा : 2nd  
सेंटर : अपना स्कूल , पनकी पड़ाव 

कविता :चुहिया रानी

कविता :चुहिया रानी 
चुहिया रानी चुहिया रानी ,
क्यों हो तुम इतनी सयानी |
बिल्ली से तो तुम डरती हो ,
शेर के ऊपर तो तुम चढ़ती हो |
सब के घर में तुम रहती हो ,
बिल में तुम छुपती हो |
चुहिया रानी चुहिया रानी ,
क्यों तुम हो इतनी सयानी |
नाम : सूरज कुमार 
कक्षा : 4th 
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा