Saturday, August 27, 2011

कविता : टिमटिमाते तारे

टिमटिमाते तारे
 टिम टिम कर टिमटिमाते तारे ,
टिम टिम कर टिमटिमाते तारे |
देखो ये लगते हैं कितने प्यारे ,
दिन में तारे है छिप जाते |
देखो कैसे ये हैं चमचमाते ,
कितने अच्छे कितने प्यारे|
देखो ये हैं कितने सारे ,
टिम टिम कर टिमटिमाते तारे |
देखो ये लगते हैं कितने प्यारे|
नाम : शिवम् कुमार
कक्षा : 5th
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

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