Friday, September 9, 2011

कविता :मेरी नाव

मेरी नाव
एक नाव मैंने बनाई ........,
बड़ी ख़ुशी से पानी में तैराई |
एक मेढ़क था उस पानी में ,
कूदा वो बड़ी नादानी में ..|
फिर मेरी नाव गई उलट ...,
पुलट गई और डूबी पानी में |

नाम : शालू
कक्षा : 2nd
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

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